नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। ताज महल के छुपे हुए रहस्यों को उद्घाटित करती हुई परेश रावल अभिनीत हिंदी फिल्म दा ताज स्टोरी आज हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि सौरभ जैन सुमन के नेतृत्व में अकादमी के सदस्यों ने साध्वी यति चेतनानंद सरस्वती के सानिध्य में देखी। व्यापार संघ के महामंत्री संजय जैन एवं उनके साथीगण साथ रहे।
कवि सौरभ जैन सुमन ने कहा कि एक लंबे समय से वो हिंदी काव्य मंचों पर इस मुहिम को उठाए हुए हैं कि ताज महल भगवान आशुतोष महादेव का मंदिर है। उन्होंने कहा "तू कहता है ताजमहल के हर जर्रे में लव है/तो खुल जाने दे दरवाज़े देखें शिव है या शव है" व्यापार संघ के महामंत्री संजय जन ने कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। हमें जो कुछ भी पढ़ाया गया वह वामपंथियों की सोच है वास्तविक इतिहास नहीं।
साध्वी चेतनानंद सरस्वती ने कहा कि यदि आज भी ताजमहल के 22 कमरे खोल दिए जाएंगे तो सत्य सबके समक्ष आ जाएगा। मुगल काल में केवल मंदिरों को तोड़ा गया है उनको स्वरूप देकर मकबरे बनाए गए मस्जिदें बनाई गईं हैं। आज समय है जब सत्य दुनिया के समक्ष आना चाहिए।
हिंदी साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय उपमंत्री दिव्यांश टंडन ने पूरे सिनेमा हॉल में जय श्री राम जय महादेव के नारे बोलकर सभी में चेतना का संचार किया।
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