नित्य संदेश ब्यूरो
नोएडा। सेल्विन ट्रेडर्स लिमिटेड ने स्ट्रेटेजिक इक्विटी लिंक्ड
पार्टनरशिप बनाने के लिए अमेरिकी निगमित कोर्पाेरेशन शिवम कॉन्ट्रैक्टिंग इंक.
(एससीआई) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू के तहत, एसटीएल ने संयुक्त
राज्य अमेरिका में एससीई की चल रही और भविष्य की परियोजनाओं में भाग लेने के लिए 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर
(लगभग 52 करोड़ रुपये) तक का
निवेश करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की है। दोनों पक्षों के बीच हुए
समझौता ज्ञापन की शर्तों के तहत, सेल्विन ट्रेडर्स लिमिटेड शिवम कॉन्ट्रैक्टिंग इंक. में 60प्रतिशत तक इक्विटी
हिस्सेदारी हासिल कर सकता है। एक्विसिझन कंसिडरेशन सेल्विन ट्रेडर्स लिमिटेड
द्वारा सहमत दर पर शेयर जारी करके किया जाएगा, जो 18 रुपये प्रति शेयर से
कम नहीं होगा। इस सौदे के लिए एससीआई का उचित मूल्यांकन 31 दिसंबर, 2025 को किया जाएगा। यह
समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर की तिथि से 12 महीने के लिए वैध होगा।
इस डेवलोपमेन्ट पर टिप्पणी करते हुए, सेल्विन ट्रेडर्स लिमिटेड के निदेशक मोनिल वोरा ने कहा हम एक परिवर्तनकारी वैश्विक साझेदारी शुरू करने के लिए
उत्साहित हैं, जो हमारे
विकास-केंद्रित दृष्टिकोण की पुष्टि करती है। शिवम कॉन्ट्रैक्टिंग इंक. में 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर
का इक्विटी-लिंक्ड निवेश, आकर्षक रिटर्न और दो
वर्षों के भीतर सुनिश्चित फंड रिटर्न के साथ अमेरिकी बुनियादी ढांचा क्षेत्र में
हमारे निवेश को मजबूत करता है। साथ ही, दुबई के जीएमआईआईटी के नियोजित नियंत्रक अधिग्रहण से खाड़ी आईटी सेवा बाजार में
हमारी उपस्थिति बढ़ेगी, जिसका लक्ष्य 51 प्रतिशत से अधिक
इक्विटी हासिल करना है। हम वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के मजबूत प्रदर्शन के माध्यम से तेजी से मूल्य सृजन के लिए
रणनीतिक रूप से तैयार हैं।
शिवम कॉन्ट्रैक्टिंग इंक. एक अमेरिकी कोन्ट्राक्टिंग कंपनी है जो संयुक्त
राज्य अमेरिका में कंस्ट्रक्शन और ईन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का कार्य करती है।
शिवम कॉन्ट्रैक्टिंग इंक. प्रत्येक चरण के दो वर्षों के भीतर भारत में निवेशित
धनराशि वापस करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें न्यूनतम 7प्रतिशत प्रति वर्ष की
गारंटीकृत वापसी शामिल है जिसे एसटीएल शेयरधारकों के लिए आकर्षक जोखिम-समायोजित
रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। समझौते के अनुसार, सेल्विन 30 लाख अमेरिकी डॉलर
(लगभग 26 करोड़ रुपये) तक का
निवेश कर सकता है, जिससे पूंजी निवेश और
साझेदारी विकास के लिए चरणबद्ध, संतुलित दृष्टिकोण के साथ रणनीतिक गठबंधनों के माध्यम से वैश्विक विस्तार के
अपने दृष्टिकोण को बल मिलेगा। इस निर्णायक निवेश के कार्यान्वयन के लिए भारत में आरबीआई, सेबी, बीएसई, फेमा और एमसीए सहित
प्रमुख नियामकों के साथ-साथ अमेरिका में प्रासंगिक कॉर्पाेरेट और नियामक अनुमोदन
की आवश्यकता होगी।
21 अगस्त, 2025 को, सेल्विन ट्रेडर्स ने
दुबई स्थित ग्लोबल मार्केट इनसाइट्स आईटी सर्विसेज एलएलसी (जीएमआईआईटी) के साथ 51प्रतिशत से अधिक के
नियंत्रित निवेश के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिससे जीएमआईआईटी उसकी
सहायक कंपनी बन गई। इस साझेदारी का उद्देश्य गल्फ कंट्री में आईटी सेवाओं, परामर्श, डिजिटल समाधानों और
संयुक्त विपणन का विस्तार करना है, जिसका अनुमानित निवेश पर लाभ (आरओआई) 7प्रतिशत प्रति वर्ष से अधिक है। निवेश केश, वस्तु के रूप में या
शेयर स्वैप के माध्यम से किया जा सकता है, जो उचित परिश्रम और नियामक अनुपालन के अधीन है। यह साझेदारी खाड़ी क्षेत्र में
आईटी सेवाओं, बाजार अनुसंधान, परामर्श और डिजिटल
समाधानों के विस्तार पर केंद्रित होगी। दोनों कंपनियां व्यावसायिक बुनियादी ढांचे, संसाधनों और एक मजबूत
ग्राहक आधार के विकास में संयुक्त रूप से निवेश करेंगी। इस समझौते में क्षेत्र में
दृश्यता और विश्वसनीयता को मजबूत करने के लिए संयुक्त ब्रांडिंग और विपणन प्रयासों
की भी परिकल्पना की गई है।
दुबई में हेडक्वार्टर वाली, ग्लोबल मार्केट इनसाइट्स आईटी सर्विसेज एलएलसी एक उच्च तकनीक वाली आईटी सर्विस
फर्म है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, वेबसाइट डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग और
कस्टम एप्लिकेशन डेवलपमेंट में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी विभिन्न उद्योगों में
व्यवसायों के लिए डिजिटल परिवर्तन को सक्षम बनाने में अग्रणी रही है।
जून 2025 को समाप्त वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में, कंपनी ने 3.14 करोड़ रुपये का शुद्ध
लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी
अवधि के 70 लाख रुपये के शुद्ध
लाभ से 350प्रतिशत अधिक है। वित्त
वर्ष 26 की पहली तिमाही में
ओपरेशन्स से रेवन्यु 21.85 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 16.63 करोड़ रुपये के रेवन्यु
से 31.4प्रतिशत अधिक है। वित्त
वर्ष 24-25 के लिए, कंपनी ने 2.79 करोड़ रुपये का शुद्ध
लाभ और 74.28 करोड़ रुपये की
ओपरेशन्स से रेवन्यु दर्ज की। 31 जुलाई को
हुई अपनी बोर्ड मिटिंग में, डिरेक्टर बोर्ड ने 8.40 रुपये
प्रति वारंट की न्यूनतम कीमत पर 4.75 करोड़ रुपये तक के वारंट आवंटित करने को मंजूरी दी ताकि निर्गम
के माध्यम से धन जुटाया जा सके और अपनी विस्तार योजनाओं को वोरंट आवंटित किया जा
सके।
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