नित्य संदेश ब्यूरो
इंदौर। इस साल का वागीश्वरी पुरस्कारों की घोषणा कर दी गयी है। इस साल का पुरस्कार उपन्यासकार आकाश माथुर को दिया जाएगा।
हिंदी साहित्य जगत के स्थापित प्रकाशन संस्थान शिवना प्रकाशन ने वर्ष 2025 के लिए दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। मप्र हिन्दी साहित्य सम्मेलन के प्रतिष्ठित वागीश्वरी पुरस्कार - 2025 के लिए प्राप्त प्रविष्टियों पर निर्णायक मंडल ने अपना निर्णय दे दिया है, जिसके अनुसार उपन्यास विधा में आकाश माथुर, सीहोर को उनके उपन्यास 'उमेदा-एक योद्धा नर्तकी' के लिए के लिए प्रदान किया जाएगा।
बता दें आकाश माथुर ने एक ऐसा अनोखा विषय उठाया। कुँवर चैन सिंह की जगह उन्हीं के साथ शहीद हुई नर्तकी उमेदा पर उपन्यास लिखा। इतिहास में नर्तकी का नाम तक कहीं नहीं मिलता, जिस स्थान पर नर्तकी की समाधि है, वर्तमान में वह एक टूटी-फूटी समाधि है, जो सीहोर में कुँवर चैन सिंह की छतरी के पास बनी हुई है। समाधि भी धीरे-धीरे टूट रही है, या यूँ कहें कि तोड़ी जा रही है। और कुछ समय में वहाँ समाधि का नामो-निशान तक नहीं मिलेगा। लेकिन आकाश ने नर्तकी की कहानी को सुरक्षित कर दिया है।
प्रशंसा करनी होगी आकाश की कि उसने एक ऐसी शहीद नर्तकी की कहानी लिखी, जिसके बारे में कहीं एक शब्द भी नहीं लिखा गया है। इस उपन्यास को पढ़ते हुए यह विश्वास करना मुश्किल होता है कि कुछ बहुत छोटे-छोटे सूत्रों से ही इस पूरे उपन्यास को लिख दिया गया है और उमेदा की कहानी रच दी गई है।
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