-कई सामाजिक संगठन और ग्रामीणों ने दी चेतावनी, पुलिस ने की गिरफ्तारी
नित्य संदेश ब्यूरो
सरूरपुर। मेरठ-करनाल हाई-वे स्थित भूनी टोल प्लाजा देर रात से ही तनाव का केंद्र बना हुआ है। सेना के जवान कपिल और उसके भाई शिवम के साथ मारपीट के मामले में सोमवार को हालात और बिगड़ गए। कई सामाजिक संगठन और ग्रामीण भूनी टोल प्लाजा पर धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।
गांव गोटका निवासी कपिल राजपूत बटालियन श्रीनगर में तैनात है। आरोप है कि टोल कर्मचारियों ने पहचान पत्र दिखाने के बावजूद उसे न सिर्फ रोका, बल्कि पोल से बांधकर बेरहमी से पीटा। बीच-बचाव करने आए चचेरे भाई शिवम को भी नहीं छोड़ा। इस दौरान दोनों के कपड़े फाड़ दिए और लहूलुहान कर दिया गया। टोल प्लाजा पर लगी कैमरों की फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि जवान को टोल कर्मियों ने घेरकर पीटा। घटना की सूचना पाकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और देखते ही देखते टोल पर भारी भीड़ जुट गई। सोमवार सुबह कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने भूनी टोल प्लाजा पर धरना शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों की चेतावनी
धरना-प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए गए तो आंदोलन और बड़ा किया जाएगा। हाईवे जाम किया जाएगा। पुलिस की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
एसपी देहात पहुंचें मौके पर
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा खुद भूनी टोल प्लाजा पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने का प्रयास किया और पुलिस कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
इन धाराओं में हुआ मुकदमा दर्ज
धारा 147 (दंगा), धारा 323 (मारपीट), धारा 342 (गैरकानूनी बंधक बनाना), धारा 504, 506 (गाली-गलौज और धमकी)। सूत्रों के मुताबिक, देर रात तक पुलिस ने 4 टोल कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है, बाकी की तलाश जारी है।
प्रदर्शनकारियों का अल्टीमेटम
धरना-प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने दो टूक कहा कि भूनी टोल को तुरंत हटाया जाए। दोषियों पर सिर्फ मुकदमा ही नहीं, बल्कि रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जाए। सेना के जवान और उसके परिवार को सुरक्षा दी जाए। चेतावनी दी गई कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो हाईवे को पूरी तरह जाम कर दिया जाएगा और आंदोलन और बड़ा होगा।
सेना की नाराजगी
सूत्रों के अनुसार, सेना ने भी जिला प्रशासन से घटना की रिपोर्ट तलब की है। जवान पर हमला को गंभीर मानते हुए सेना ने कहा है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
भूनी टोल प्लाजा का विवादों से पुराना नाता
भूनी टोल प्लाजा पहले भी विवादों में रहा है, लेकिन इस बार मामला सेना के जवान से जुड़ा है। यही वजह है कि गुस्सा कई गुना ज्यादा है। ग्रामीणों का कहना है कि ह्लअगर देश की वर्दी पर हमला बर्दाश्त कर लिया गया, तो आम जनता की क्या इज्जत रह जाएगी?
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