नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। मोहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिज़वी बताते हैं कि आठवी
तारीख इमाम हुसैन की फौज के सिपेहसलार सेनापति हजरत अब्बास की शहादत से जुड़ी है।
हजरत अब्बास शेरे खुदा हजरत अली के बहादुर बेटे थे, अलम-ए-मुबारक
के साए में कर्बला में दीन-ए-इस्लाम और इन्सानियत को बचाने के लिए जंग लड़ी गई थी।
सरहदों की बंदिशों से हटकर यह अलम-ए-हजरत अब्बास दुनिया के कोने कोने में उठाया
जाता है, जो हजरत इमाम हुसैन की फतेह का ऐलान है।
मोहर्रम की आठवी तारीख को सुबह से ही हजरत अब्बास की याद में जगह-जगह नन्हे
बच्चों ने सक्का बनकर अलम-ए-मुबारक उठाए। शहर सहित जैदी फार्म लोहिया नगर में
आयोजित मजलिसों में हजरत अब्बास की शहादत बयां की गयी और जुलूस निकाले गए। इसी
क्रम में रात्री 8 बजे कोठी अतानस स्थित मौलाना
अफजाल हुसैन मरहूम के अजाखाने से जुलूस अलम-ए-मुबारक हजरत अब्बास कड़ी सुरक्षा
व्यवस्था के बीच बरामद होकर हुसैनाबाद डा. इकबाल हुसैन मरहूम के अजाखाने पहुंचा, जहां काजिम हुसैन जैदी मरहूम के
अजाखाने से तालिब अली जैदी के प्रबन्ध में दूसरा मन्नती अलम-ए-मुबारक बरामद होकर
इसी जुलूस में शामिल हुआ। जुलूस घंटाघर, मनसबिया पहुंचकर सम्पन्न हुआ। जिसमें अन्जुमन
तन्जीम-ए-अब्बास के सफदर अली, काशिफ जैदी, दारेन, ज़िया जैदी ने पुरदर्द नौहे पढ़े।
जुलूस के प्रबन्धक गजनफर अब्बास, तालिब अली जैदी रहे।
जैदी फार्म में जुलूस: डा. मज़हर जैदी मरहूम के अज़ाखाने
सैक्टर 10 शास्त्री नगर से अलम-ए-मुबारक
बरामद होकर पंजेतनी इमामबारगाह पहुंचे, जिसमें अनेक अज़ाखानों से अलम-ए-मुबारक बरामद होकर इस जुलूस
में शामिल हुए।
नौ मौहर्रम के कार्यक्रम: मौहर्रम कमेटी के मीडिया प्रभारी अली हैदर रिज़वी ने
बताया कि शहर सहित जैदी फार्म में भी रात्रि में सभी अज़ाखानों और इमाम बारगाहों
में हुसैनी सौगवारों का गश्त रहेगा। सुबह 11 बजे अंजुम जैदी के अज़ाखाने से इमामबारगाह पंजेतनी तक गुलाब के फूलों पर
जुलजनाह बरामद होगा।
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