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Friday, July 4, 2025

ग्राम महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाना लक्ष्य: विजय प्रधान

मोहिउद्दीनपुर में महिलाओं को मिला कुटीर उद्योग का संबल, 'कर्मणि' ब्रांड के तहत मसाला उद्योग की शुरुआत



मेरठ। दिल्ली रोड स्थित ग्राम पंचायत मोहिउद्दीनपुर कार्यालय में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कुटीर उद्योग से जोड़ने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद इंपिरियल और रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद ग्रेटर के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं को मसाला पीसने की मशीन प्रदान की गईं।

इस पहल का उद्देश्य गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए उन्हें स्थायी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। प्राप्त मशीन के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं विभिन्न प्रकार के मसाले तैयार कर, उनकी पैकेजिंग कर, बाजार में विक्रय कर सकेंगी। इससे उन्हें आय का नया स्रोत प्राप्त होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

ग्राम पंचायत कार्यालय पर कुटीर उद्योग का उद्घाटन मुख्य अतिथि ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर,प्रोजेक्ट चेयर अंकिता शास्त्री, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटरी अमिता मोहिंद्र, रोटरी अध्यक्ष शिल्पी अग्रवाल, वरुण शर्मा एवं ग्राम प्रधान विजय नामदेव ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।

विधायक सोमेंद्र तोमर ने कहा कि यदि ग्रामीण महिलाएं सशक्त होंगी, तो परिवार, गांव, जिला और अंततः राज्य सशक्त होगा। आज महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं और अपने गांव का नाम रोशन कर रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण योजनाएं अब धरातल पर प्रभावी रूप से लागू हो रही हैं, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिला स्वावलंबन के सपने को मेरठ का यह गांव साकार कर रहा है।

ग्राम प्रधान विजय नामदेव ने बताया कि गांव में वर्तमान में 22 स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं, जिनकी महिलाओं को बीते वर्षों में विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण जैसे मसाला निर्माण, अचार निर्माण, चप्पल बनाना एवं उत्पादों की पैकेजिंग का प्रशिक्षण दिया गया है। इन महिलाओं को रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद इंपिरियल द्वारा संपूर्ण तकनीकी जानकारी एवं प्रशिक्षण भी दिया गया है। यह पहल न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कर रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने में भी सहायक सिद्ध हो रही है। 

प्रोजेक्ट चेयर अंकिता शास्त्री ने बताया कि इन समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को एक ब्रांड पहचान देने हेतु ‘कर्मणि’ नाम से ब्रांड की स्थापना की गई है, जिससे महिलाएं अपने उत्पाद बाजार में सशक्त रूप से उतार सकें और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर विक्रय कर आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। जिसका उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना, उन्हें उद्योगों से जोड़कर आर्थिक सशक्तिकरण प्रदान करना और ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देना।

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