-यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स
ने की औषधि नियंत्रक से कार्रवाई की मांग
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। नेशनल यूनाइटेड फ्रंट
ऑफ डॉक्टर्स के संस्थापक डॉक्टर अनिल नौसरान ने एक गंभीर मुद्दे पर औषधि नियंत्रक को
पत्र भेजकर कड़ी आपत्ति दर्ज की है। संगठन का कहना है कि अधिकांश मेडिकल स्टोर मरीजों
को डॉक्टर द्वारा बताई गई आवश्यक मात्रा जैसे 4 या 6 गोली देने से साफ इंकार कर देते
हैं और उन्हें पूरी स्ट्रिप (10 या 15 गोली) खरीदने के लिए मजबूर करते हैं। यह न सिर्फ
नैतिक रूप से गलत है, बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।
गठन के अनुसार, "दवा
कोई सामान्य उपभोग की वस्तु नहीं है, जिसे परिवार का कोई भी सदस्य उपयोग कर सके, लेकिन
जब घर में अनावश्यक रूप से अधिक दवा रहती है तो परिवार के अन्य सदस्यगण बिना डॉक्टर
की सलाह के वही दवा लेना शुरू कर देते हैं, जिससे गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।"
डॉक्टरों का कहना है कि
यह चलन दवा प्रतिरोधकता दुष्प्रभाव और आत्म-चिकित्सा जैसी खतरनाक प्रवृत्तियों को बढ़ावा
दे रहा है।नेशनल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ डॉक्टर्स ने औषधि नियंत्रक से अनुरोध किया है कि
इस गैर-जिम्मेदाराना प्रथा पर सख्ती से रोक लगाई जाए और सभी मेडिकल स्टोर को निर्देशित
किया जाए कि वे मरीजों को डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा में ही दवा उपलब्ध कराएं, न
कम, न ज्यादा।
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