नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। फलावदा थाना क्षेत्र
के महलका में एक पूरा परिवार 10 दिन में बिखर गया। परिवार में 10 दिन पहले कायम के
अब्बू वफादार की बीमारी से मौत हुई थी। घर के इकलौते बेटे कायम की मौत हो गई। कायम
दिल्ली अपनी नौकरी से छुट्टी लेकर पिता के इंतकाल पर आया था, लेकिन किसी को क्या पता
था कि जिस पिता को कंधा देने कायम आया है, 10 दिन बाद उसका भी जनाजा उठेगा। परिवार
पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा।
19 साल का कायम अली अपनी मां के साथ दिल्ली में काम करता था। दिल्ली में वो मिठाई की दुकान पर जॉब करता। यहां महलका में उसकी 5 बहनें, जिसमें 2 उससे बड़ी और 3 छोटी हैं। वो बीमार पिता वफादार के साथ रहती है। पिता को माउथ कैंसर था। 10 दिन पहले अचानक खाना खाते वक्त वफादार को अटैक पड़ा और उसकी मौके पर मौत हो गई। पिता के इंतकाल की खबर मिलते ही कायम, उसकी मां फिरदौस दिल्ली जॉब से छुट्टी लेकर गांव पहुंचे थे। घर में गमगीन माहौल था। रिश्तेदारों का आना जाना लगा था। गुरुवार को कायम टेबल फैन ठीक कर रहा था। बारिश होने के कारण अचानक पंखे में करंट आ गया और कायम को करंट लग गया। करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
परिवार
के लोगों ने बताया कि 3 महीने बाद 2 बड़ी बहनों की है, पिता को कैंसर होने के बाद कायम
ने 11वीं क्लास में पढ़ाई छोड़ दी थी। वो घर की जिम्मेदारी संभालता था। लेकिन अब घर
में कोई कमाने वाला नहीं है। केवल पांचों बहनें और मां अकेली है। ऐसे में दोनों बहनों
की शादी पर भी संकट है। क्योंकि कायम परिवार में कमाने वाला अकेला था।
सोर्स: भास्कर डिजीटल
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