"खपत से पहले करें बचत" का दिया गया प्रेरणादायक संदेश
डॉक्टर अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के सहयोग से वाइस फिनसर्व नोएडा स्थित एक अग्रणी वैश्विक वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी ने एक दिवसीय निवेश जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्टाफ को वित्तीय नियोजन, निवेश विकल्पों और वित्तीय अनुशासन के प्रति जागरूक करना रहा।
कार्यक्रम का शुरुवात में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक डॉ. अभिषेक कुमार डबास द्वारा सभी विशिष्ट अतिथियों के स्वागत एवं परिचय से हुआ। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए वित्तीय साक्षरता और भविष्य की सुरक्षा हेतु विवेकपूर्ण निवेश अत्यंत आवश्यक है। मुख्य वक्ता के रूप में वाइस फिनसर्व के प्रेसिडेंट पवन कुमार सिंह ने कहा कि आय के साथ-साथ अनुशासित बचत और निवेश को प्राथमिकता दी जाए तो जीवन के सभी महत्वपूर्ण लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने इक्विटी एवं डेट निवेश, स्वास्थ्य बीमा, तथा एसआईपी और म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश के लाभों को सरल भाषा में समझाया। कार्यक्रम का को आगे बढ़ाते हुए वाइस फिनसर्व के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट एवं शोभित विश्वविद्यालय के पुरातन छात्र श्री अनुराग अस्थाना द्वारा बॉन्ड, मार्केट लिंक्ड डिबेंचर और पीएमएस जैसे आधुनिक वित्तीय उत्पादों पर भी प्रकाश डाला। वेल्थ मैनेजर श्री आदित्य सिंह राठौर और श्री यश उपाध्याय ने पूर्ण तकनीकी सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. (डॉ.) वी. के. त्यागी ने भी अपने विचार साझा किए और इस पहल की सराहना करते हुए इसे शैक्षणिक वातावरण में वित्तीय जागरूकता लाने की दिशा में एक सशक्त कदम बताया। इस अवसर पर डीन अकादमिक्स प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार गुप्ता ने कहा की आज के समय में शिक्षकों को केवल शैक्षणिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी आत्मनिर्भर और जागरूक होना चाहिए। इस तरह के सेमिनार हमें अपने आर्थिक लक्ष्यों के प्रति सजग और योजनाबद्ध बनने की प्रेरणा देते हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के निदेशकगण, फैकल्टी सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और उन्होंने सेमिनार को अत्यंत उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया। यह संगोष्ठी शिक्षकों के लिए न केवल निवेश के आधुनिक तरीकों की समझ बढ़ाने वाली रही, बल्कि भविष्य की वित्तीय योजना को लेकर एक नई दृष्टि प्रदान करने वाली सिद्ध हुई।
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