शोभित विश्वविद्यालय ने औद्योगिक प्रशिक्षण में स्थापित किया एक नया प्रतिमान
डॉक्टर अभिषेक डबास
नित्य संदेश, मेरठ। शिक्षा, अनुसंधान तथा उद्योग-समन्वय के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर शोभित विश्वविद्यालय ने एक बार पुनः गौरव प्राप्त किया है। विश्वविद्यालय के नाइस स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज़ के विद्यार्थियों को देश की विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों में उच्च मानदेय युक्त औद्योगिक प्रशिक्षण (इंटर्नशिप) प्राप्त हुआ है, जो विश्वविद्यालय की दूरदर्शिता, उद्योग जगत से सशक्त साझेदारी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
जिन प्रमुख कंपनियों में चयनित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के अवसर प्राप्त हुए हैं, उनमें एक्सप्लोर कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड, आदेश फ़ाउंडेशन, कॉग्निजेंट इनोवेशन, ज़ीलहॉक, एरोलैक्स फ़ार्मास्युटिकल्स तथा भारत पावर कॉर्पोरेशन कंपनी प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। इन कंपनियों द्वारा विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रति माह पंद्रह से बीस हज़ार रुपये तक का मानदेय प्रदान किया जाएगा, जो छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक सशक्त कदम है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर के सभागार में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया, जिसमें चयनित प्रत्येक छात्र को उनके प्रशिक्षण-पत्र (इंटर्नशिप ऑफ़र लेटर) कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) वी.के. त्यागी, शोभित विश्वविद्यालय के सलाहकार प्रोफ़ेसर (डॉ.) एम.एल. सिंगला, डीन अकादमिक्स एवं नाइस स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज़ के निदेशक प्रोफ़ेसर (डॉ.) अशोक कुमार गुप्ता तथा विश्वविद्यालय के इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट सेल के निदेशक डॉ. अभिषेक कुमार डबास द्वारा व्यक्तिगत रूप से प्रदान किए गए।
कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) वी.के. त्यागी ने कहा, "शोभित विश्वविद्यालय 'ज्ञान से कर्म की ओर' की विचारधारा पर कार्य करता है। हम अपने विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की परिधि से आगे ले जाकर वास्तविक जीवन के अनुभवों से जोड़ते हैं, ताकि वे व्यवहारिक ज्ञान से परिपूर्ण होकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें। इस अवसर पर विश्वविद्यालय सलाहकार प्रोफ़ेसर (डॉ.) एम.एल. सिंगला ने कहा, "शोभित विश्वविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को केवल शैक्षिक ज्ञान ही नहीं, अपितु उन्हें व्यावसायिक दृष्टिकोण एवं प्रतिस्पर्धा हेतु पूर्णतः सक्षम बनाना है। इस प्रकार के औद्योगिक प्रशिक्षण उनके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं तथा उन्हें भविष्य के लिए सशक्त बनाते हैं।
इसके उपरांत निदेशक प्रोफ़ेसर (डॉ.) अशोक कुमार गुप्ता ने कहा, "यह सफलता हमारे विद्यार्थियों की मेहनत, हमारे शिक्षकों की प्रतिबद्धता और उद्योग जगत के साथ हमारे सुदृढ़ संबंधों का परिणाम है। शोभित विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को केवल डिग्री नहीं, बल्कि एक सशक्त एवं अर्थपूर्ण करियर की दिशा प्रदान करता है।"
विश्वविद्यालय के इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट सेल के निदेशक डॉ. अभिषेक कुमार डबास ने कहा, "औद्योगिक प्रशिक्षण विद्यार्थियों को वास्तविक कार्यस्थल से जोड़ता है और उन्हें व्यावसायिक चुनौतियों के लिए तैयार करता है। हम प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए पूर्व नियोजित प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन करते हैं, जिससे विद्यार्थी उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप आवश्यक कौशल विकसित कर सकें। हमारा उद्देश्य केवल शिक्षण नहीं, अपितु विद्यार्थियों को उद्योगोन्मुख बनाना है।"
इस अवसर पर डॉ. डबास ने प्रत्येक छात्र को इंटर्नशिप पर जाने से पूर्व कुछ आवश्यक दिशा निर्देश ‘क्या करें’ और ‘क्या न करें’ भी समझाए। उन्होंने कहा, "विद्यार्थियों को समय का पूर्ण पालन करना चाहिए, औपचारिक वेशभूषा में रहना चाहिए, और सीखने की भावना के साथ कार्यस्थल पर उपस्थित होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर, अनुशासनहीनता, मोबाइल फोन का अनावश्यक प्रयोग एवं बिना अनुमति कार्यस्थल से अनुपस्थिति जैसी गतिविधियाँ बिलकुल नहीं की जानी चाहिए। यह इंटर्नशिप न केवल सीखने का माध्यम है, बल्कि यह उनके भविष्य के स्थायी करियर की नींव भी है।”
कार्यक्रम का संचालन विभाग की शिक्षिका डॉक्टर नेहा यजुर्वेद द्वारा किया गया। इस अवसर पर चयनित विद्यार्थियों ने मंच पर उपस्थित होकर अपने विचार व्यक्त करते हुए अपनी सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय, शिक्षकों एवं विश्वविद्यालय के इंटर्नशिप एवं प्लेसमेंट सेल को देते हुए हार्दिक आभार प्रकट किया।
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