नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। सदर जैन समाज मे आर्चाय वसुंनदी महाराज ने अपने प्रवचन मे श्रावको को अन्याय अनिति से धन कमाने को पाप बताया, आप अन्याय से कमाए पैसे से सुख, शान्ति नही पा सकते है, न्याय पुर्वक धन कमाए, आत्म विश्वास के साथ जिए, अति लोभ से अन्याय का भाव मन मे आता है।
अभक्ष्य भोजन का एक कण भी पेट मे नही जाना चाहिए, अभक्ष्य भोजन अमर्यादित भोजन करने से पाप आस्रव होता है, स्वाध्याय से अपने विचारो की विशुद्धता को बढाए, अपने घर पर हफ्ते मे या साल मे एक बार शुद्ध भोजन बनाए, सत्य के मार्ग पर चले, अग्नि भी सत्य को जला नही सकती है, अन्याय का धन ठहरता नही है, तत्व ज्ञान को बढाए, सच्ची क्षद्धा व जिनदेव की भक्ति से आप स्वय का कल्याण कर सकते है,
शाम को सदर से थापरनगर होते हुए महाराज जी का विहार असवाडा हाऊस की ओर हो गया, प्रवचन मे अक्षत जैन, प्रिंस जैन, अंकुर जैन, मृदुल जैन, दिनेश जैन, संजय जैन, सुनील जैन प्रवक्ता, अनिल, चेतन जैन इत्यादि मौजूद रहे।
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