मेरठ। शनिवार सुबह आईएमए के लगभग 550 से ज्यादा चिकित्सक आईएमए हॉल मे एकत्रित हुए।
आईएमए मुख्यालय द्वारा प्रस्तावित कलकत्ता में हुई डाक्टर छात्रा की नृशंस हत्या के विरोध एक पेदल शान्ति यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में घटना से सम्बंधित बैनर व प्ले कार्ड लेकर पैदल मार्च निकाला गया। यह मार्च आईएमए हॉल से प्रारम्भ होकर कमिशिनरी चौहारा से होती हुई जिलाधिकारी मेरठ के कार्यालय तक गयी तथा ज्ञापन पत्र सौपा गया। इस पैदल मार्च में एलएलआरएम, सुभारती तथा एनसीआर मेडिकल कालिज की रेसिडेन्टस चिकित्सक, डेन्टल एसोसिएशन के चिकित्सक आदि भी सम्मलित रहे।
आईएमए द्वारा मांगें
1. दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और त्वरित समय सीमा बद्ध सुनवाई कर अधिकतम सजा दिलाना।
2. डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को सभी प्रकार के अत्याचारों से बचाने के लिए एक केंद्रीय मेडिकल प्रोटेक्शन कानून बनाना।
3. सभी स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को विशेष संरक्षित क्षेत्र घोषित करें।
4 भारत में कहीं भी काम करने वाले मेडिकल छात्रों और सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों की सुरक्षा से संबंधित सख्त नियमों को लागू करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद को सशक्त बनाना।
यात्रा के उपरान्त आईएमए भवन में दोपहर 2.30 बजे से 5 बजे तक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमे चिकित्सको व मेडिकल छात्रो ने अपनी समस्याओ व निदान के बारे विचार रखे। सभी ने कलकत्ता इस घटना की घोर निन्दा की व स्वयः रक्षा व संगठित होने का प्रण लिया।
सॉय 5 बजे से 6 बजे तक पंश्चिम बंगल की सरकार की बुद्धिशुद्धि हेतू यज्ञ किया गया। सॉय 6 बजे कैन्डल जला कर दिवंगत आत्मा को श्रृद्धाजलि दी गयी।
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