Sunday, November 9, 2025

टाटा पावर के ईकोक्रू अभियान के साथ शुद्ध ऊर्जा शिक्षा में मेरठ सबसे आगे



मेरठ के 100 से ज़्यादा स्कूलों के 200 से ज़्यादा छात्रों को शुद्ध ऊर्जा जागरूकता फ़ैलाने के लिए 'ईकोक्रू' अम्बेसडर्स के रूप में प्रमाणित किया गया

नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ। भारत की एक सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनी, टाटा पावर ने अपना क्लब एनर्जी - ईकोक्रू अभियान मेरठ में सफलतापूर्वक चलाया। भारत के सबसे बड़े ऊर्जा साक्षरता आंदोलन में यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस पहल में शहर के 70 से ज़्यादा स्कूलों के 20,000 से ज़्यादा छात्रों को शामिल करके, शुद्ध ऊर्जा और सस्टेनेबिलिटी के लिए ईकोक्रू अम्बेसडर बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 1016 स्कूलों तक पहुंचे हुए, टाटा पावर के ईकोक्रू प्रोग्राम का एक हिस्सा, मेरठ चैप्टर ने दिखा दिया कि किस तरह से स्कूलों, शिक्षकों और टाटा पावर के सस्टेनेबिलिटी शिक्षकों के बीच स्थानीय सहयोग पर्यावरण में वास्तव में परिवर्तन ला सकता है।


इस अवसर पर मेरठ के ज़िला मजिस्ट्रेट डॉ वीके सिंग, चौधरी चरण सिंग यूनिवर्सिटी मेरठ के प्रो-वाईस चांसलर प्रो मृदुल कुमार गुप्ता, मेरठ के डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के प्रिंसिपल श्री मनोज कुमार आर्या, पश्चिमाञ्चल विद्युत् वितरण निगम लिमिटेड के डायरेक्टर - फाइनेंस, श्री स्वतंत्र कुमार तोमर, टाटा पावर और दैनिक जागरण के कई वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस समारोह का एक विशेष आकर्षण था, टाटा पावर का  सस्टेनेबिलिटी मैस्कॉट 'ग्लोबी', उसने बच्चों के साथ बातचीत की और “जनरेशन ग्रीन एंथम” गाने में उनका नेतृत्व किया। इससे कंपनी की पर्यावरण के प्रति जागरूक और सशक्त युवा नागरिकों को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता मज़बूत हुई। इस कार्यक्रम में टाटा पावर की सीएसआर पहल 'Pay Autention' के माध्यम से समावेशिता और सामाजिक प्रभाव पर उनके ध्यान को भी दर्शाया गया। यह पहल ऑटिज्म और अन्य न्यूरोडाइवर्स स्थितियों वाले व्यक्तियों के लिए प्रारंभिक पहचान, सीखने और प्रशिक्षण सहायता को सक्षम बनाती है। यहां पर एक विशेष सहायता डेस्क स्थापित किया गया था, जहाँ ऑटिज्म पर जानकारी और संसाधन उपलब्ध थे। इसके अलावा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से विकसित ई-सानिध्य मोबाइल केयर प्लेटफॉर्म के बारे में भी जानकारी दी गई।


यह पहल, पीएम सूर्य घर योजना के अनुरूप है। कक्षा 4-8 तक के छात्रों को ऊर्जा दक्षता, सौर ऊर्जा और टिकाऊ जीवन शैली  के बारे में शिक्षित किया गया। यह शिक्षा इंटरैक्टिव लर्निंग सेशन (बातचीत वाले सत्र), स्कूल-स्तर के ऊर्जा ऑडिट, रचनात्मक प्रतियोगिताओं और एक गेमीफाइड 21-दिवसीय सस्टेनेबिलिटी चैलेंज के माध्यम से दी गई। शहर के समारोहों में, टाटा पावर ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की, जिसमें उन शीर्ष 'ईकोस्टार' स्कूलों और छात्रों को सम्मानित किया गया जिन्होंने सस्टेनेबल प्रथाओं के प्रति उत्कृष्ट रचनात्मकता और प्रतिबद्धता दिखाई। इस कार्यक्रम ने स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में शहर के योगदान को सम्मानित करने के लिए शिक्षकों, सरकारी प्रतिनिधियों और छात्रों को एक साथ एक मंच पर लाया।

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