ललितपुर। मरीज़ राजीव प्रजापति पुत्र वीरेंद्र (22 वर्ष) निवासी ललितपुर, एक्सीडेन्ट उपरांत प्राइवेट चिकित्सालय में उपचार के बाद 21 अक्टूबर 2025 को चिकित्सा महाविद्यालय ललितपुर के आर्थोपेडिक विभाग में भर्ती किया गया।
प्रारंभिक जाँचों के उपरांत मरीज़ को दाहिने जाँघ की हड्डी (फीमर) एवं झड़ी मेखला पेल्विस में जटिल फ्रैक्चर पाया गया। साथ में मरीज़ की SpO₂ ऑक्सीजन 60% पर आ चुकी थी। मरीज़ को अविलम्ब उपचार हेतु आईसीयू में ट्रांसफर कर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश आर्या द्वारा परीक्षण किया गया। परीक्षण उपरांत डॉ. राजेश आर्या द्वारा Fat Embolism (रक्त प्रवाह में वसा का प्रवेश कर फेफड़े में चिपक जाना) का तुरन्त उपचार किया गया। चार दिन गहन उपचार के बाद हड्डी रोग विभाग की टीम ने जाँघ की हड्डी फीमर में छोटे वीस से नेल (रॉड) डालकर फीमर फ्रैक्चर का उपचार किया।
द्वितीय चरण के ऑपरेशन में पेल्विस फ्रैक्चर का एक जटिल ऑपरेशन प्रक्रिया द्वारा प्लेट एवं स्क्रू लगाकर मरीज़ को सर्वोच्च श्रेणी का पूर्ण उपचार किया गया। विशेष उपलब्धता यह रही कि इस प्रकार का जटिल ऑपरेशन ललितपुर जिले में प्रथम बार हुआ है।
उक्त ऑपरेशन के दौरान स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय ललितपुर के आर्थोपेडिक्स विभाग की टीम में डॉ. सौरभ साहू सह आचार्य, डॉ. शुभम असाटी , सहायक आचार्य, डॉ. एम.सी गुप्ता, वरिष्ठ परामर्शदाता, डॉ. निरभय नारायण सिंह, ऑर्थो सर्जन, डॉ. चेतनराज, निश्चेतना विशेषज्ञ आदि शामिल थे।
डॉ. मयंक कुमार शुक्ला, प्राचार्य द्वारा मरीज़ से बातचीत कर उसका हाल–चाल पूछा गया एवं आर्थोपेडिक्स विभाग की पूरी टीम को सफलतापूर्वक ऑपरेशन करने पर बधाई दी।
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