-भाजपा नेता ने किया दावा, जो
दिखाया जा रहा वह सच नहीं, अब मांगी माफी
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भाजपा नेता विकुल
चपराणा अब माफी मांग रहा है। वीडियो जारी में हाथ जोड़कर कह रहा कि आक्रोश में आकर
उस समय मुझसे कुछ अपशब्द निकल गए, इसलिए मैं पीड़ित से माफी मांगता हूं। मेरा किसी
का अपमान करने या किसी से नाक रगड़वाने जैसी कोई मंशा नहीं थी। वीडियो को तोड़-मरोड़कर
पेश किया जा रहा है। घटना की हकीकत कुछ और है, जिसे सिर्फ पुलिस ही जानती है। वीडियो
में जैसा दिख रहा है कि मैं किसी व्यक्ति से जबरदस्ती नाक रगड़कर माफी मांगने को
कह रहा हूं, लेकिन यह सच नहीं है।
वहां सत्यम रस्तोगी का झगड़ा
किसी और व्यक्ति से हुआ था। सत्यम रस्तोगी ने मंत्री जी को भला-बुरा कहा। तब मैंने
कहा कि आप ऐसा क्यों कह रहे हैं। इसके बाद उन्होंने मेरे परिवार के बारे में भी
बुरा-भला कहा। इसलिए मैंने उनसे कहा कि आप सार्वजनिक रूप से माफी मांगिए। मैं
सत्यम रस्तोगी से माफी मांगता हूं। बाकी मुख्य लोग मौके से फरार हो गए हैं। न
पुलिस ने, न प्रशासन ने, न मीडिया ने यह जानना चाहा कि वे लोग कौन थे। मेरी
सिर्फ इतनी गलती थी कि आक्रोश में आकर मैंने सत्यम रस्तोगी को अपशब्द कहे थे। जिस
दिन यह घटना हुई, पुलिस सत्यम रस्तोगी को मेडिकल थाने ले गई, जैसे ही मुझे सूचना
मिली कि सत्यम रस्तोगी पर मुकदमा लिखा जा रहा है। मैं तुरंत मेडिकल थाने पहुंचा।
मैं नहीं चाहता था कि दिवाली के शुभ अवसर पर किसी का दिन खराब हो या किसी का
त्योहार बर्बाद हो। मैंने वहां मेडिकल थाना प्रभारी शैलेष यादव से कहा कि मेरे और
इनके बीच कोई विवाद नहीं है, आप इन्हें छोड़ दीजिए और जाने दीजिए। मेरी भावनाएं
यही थीं कि मैंने वहां उनके लिए स्टैंड लिया। इस मामले में राज्यमंत्री डॉ.
सोमेंद्र तोमर का कोई लेना-देना नहीं है।
राजनीतिक बकरे की तरह किया जा
रहा इस्तेमाल
सच तो यह है कि न मैंने
उन्हें छुआ, न धक्का दिया, न किसी तरह की जबरदस्ती की। उस घटनाक्रम में मेरे किसी
भी साथी ने सत्यम रस्तोगी की गाड़ी को छुआ या फोड़ा हो तो पूरा वैश्य समाज जो कहे,
मैं उसे करने के लिए तैयार हूं। जिस हिस्से में युवक शराब के नशे में गालियां दे
रहा था, वह हिस्सा पूरी तरह हटा दिया गया है। केवल वही हिस्सा दिखाया जा रहा है,
जहां मैं गुस्से में आकर उस व्यक्ति से बात कर रहा हूं। इस अधूरे क्लिप के जरिए अब
मुझे राजनीतिक बकरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
घटना को तरोड़-मरोड़ कर किया
जा रहा पेश
हर पार्टी अपने फायदे के लिए
इस घटना को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। मुझे गलत ठहराकर अपना राजनीतिक हित साधना
चाह रही है। मैं बस यही कहना चाहता हूं कि कृपया बिना सच्चाई जाने और बिना पूरी
जांच किए किसी को दोषी न ठहराइए। मैं निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं, जिससे पूरी
सच्चाई सामने आए।

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