Tuesday, October 28, 2025

निशि कुलश्रेष्ठ (दिल्ली) को "शांति दूत" सम्मान से सम्मानित किया गया


नित्य संदेश ब्यूरो 
नोएडा। निशि कुलश्रेष्ठ (दिल्ली) को इस वर्ष की शुरुआत में भारत-पाक संघर्ष के बाद जम्मू और कश्मीर में उनके सराहनीय शांति प्रयासों के लिए प्रतिष्ठित "शांति दूत सम्मान" से सम्मानित किया गया। उनके प्रयासों ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और सामाजिक सद्भाव को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

यह सम्मान अखिल भारतीय कुलश्रेष्ठ संघ के वार्षिक अधिवेशन के दौरान प्रदान किया गया, जो 26 अक्टूबर 2025 को नोएडा उद्यमी संघ सभागार में आयोजित किया गया था, जो संगठन के 71 गौरवशाली वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।

समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और भगवान चित्रगुप्त की पूजा के साथ हुआ। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में डॉ. अभिराम कुलश्रेष्ठ (एनसीआर), पंकज कुलश्रेष्ठ (देहरादून), राव मुकुल मान सिंह (कासगंज), श्री अवधेश कुमार कुलश्रेष्ठ (जयपुर) और डॉ. अशोक श्रीवास्तव (नोएडा) शामिल थे। संरक्षक सत्य प्रकाश भिंती (अलीगढ़) और देवेंद्र कुलश्रेष्ठ (सुनील), दीपक कुलश्रेष्ठ (अध्यक्ष), विवेक कुलश्रेष्ठ (कार्यकारी अध्यक्ष) और श्री विकास कुलश्रेष्ठ (महासचिव) ने पदाधिकारियों के साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की।

कार्यकारी अध्यक्ष विवेक कुलश्रेष्ठ ने संघ की ऐतिहासिक यात्रा का अवलोकन प्रस्तुत किया और 1954 में इसकी स्थापना के बाद से पूर्व अध्यक्षों, महासचिवों और आजीवन उपलब्धि प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के योगदान को याद किया। महासचिव विकास कुलश्रेष्ठ ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और संघ की वर्तमान पहलों और भविष्य के लक्ष्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की। सभी अतिथियों ने संघ की 71 वर्षों की विरासत की सराहना की और पीढ़ी दर पीढ़ी कुलश्रेष्ठ समुदाय के मूल्यों, अनुशासन और गरिमा को बनाए रखने के लिए संघ की निरंतर प्रतिबद्धता की सराहना की।

शाम का समापन गीत, नृत्य और गायन सहित जीवंत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ, जिसके बाद एक शानदार भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वर्ष के दौरान दिवंगत हुए सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
समारोह का समापन हर्षोल्लास और भावनात्मक माहौल में हुआ, जहाँ सदस्यों ने एकता की भावना को संजोया और अगले वर्ष नए उत्साह और सामूहिक उद्देश्य के साथ पुनः एकत्रित होने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

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