नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भूनी टोल प्लाजा पर लंबी कतार और समय की कमी के कारण सेना के जवान कपिल सिंह ने टोल कर्मचारियों से वाहन जल्दी निकालने की अपील की. इस बात पर विवाद बढ़ गया और टोल कर्मचारियों ने कथित तौर पर जवान के साथ मारपीट शुरू कर दी.
इस घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सख्त कार्रवाई करते हुए टोल कलेक्शन एजेंसी मेसर्स धरम सिंह एंड कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और कंपनी का अनुबंध समाप्त करने के साथ-साथ भविष्य में टोल प्लाजा की बिडिंग में भाग लेने से रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
ये है मामला
गोटका गांव निवासी सेना के जवान कपिल सिंह 17 अगस्त की रात अपने चचेरे भाई शिवम के साथ दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जा रहे थे. उन्हें श्रीनगर में अपनी ड्यूटी जॉइन करनी थी. भूनी टोल प्लाजा पर लंबी कतार और समय की कमी के कारण कपिल ने टोल कर्मचारियों से वाहन जल्दी निकालने की अपील की. इस बात पर विवाद बढ़ गया और टोल कर्मचारियों ने कथित तौर पर जवान के साथ मारपीट शुरू कर दी. आरोप है कि कर्मचारियों ने कपिल को खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पीटा और एक कर्मचारी ने ईंट उठाने की कोशिश भी की।
एनएचआईए ने घटना की निंदा की
एनएचआईए ने एक बयान में कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को अनुशासित रखने और टोल प्लाजा पर व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही, जो अनुबंध का बड़ा उल्लंघन है. एनएचएआई ने बयान जारी कर कहा, 'हम इस तरह के व्यवहार की कड़ी निंदा करते हैं और राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रियों की सुरक्षित और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
जवान कपिल और उनके भाई की हालत स्थिर
जवान कपिल सिंह और उनके भाई शिवम की हालत स्थिर है. यह घटना सैनिकों के प्रति सम्मान और टोल प्लाजा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही है. सोशल मीडिया पर लोगों ने टोल कर्मचारियों की गुंडागर्दी और स्थानीय पुलिस की कथित निष्क्रियता की आलोचना की है. कई यूजर्स ने इस घटना को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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