Sunday, August 3, 2025

पानी भरे प्लॉट में मिले लापता मासूमों के शव, पुलिस पर लापरवाही का आरोप



तीन बच्चों की मौत से फैला आक्रोश, पुलिस और परिजनों में हुई नोंकझोंक

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। जानीखुर्द थानाक्षेत्र के कस्बा सिवालखास से लापता तीन बच्चों में से दो की लाश बरामद हुई है, जबकि एक बच्ची की हालत गंभीर है। मौके पर पहुंची पुलिस तीनों बच्चों को अस्पताल लेकर गई, जहां रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। पीड़ित परिजनों ने सिवाल चौकी पर हंगामा करते हुए पुलिस का घेराव किया। पुलिस के समझाने पर परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। जिसके बाद कस्बे के जिम्मेदार लोग और पुलिस पीड़ित परिजनों को लेकर पोस्टमार्टम हाउस के लिए रवाना हुए।

गौरतलब है कि कस्बा सिवालखास से रविवार की सुबह तीन बच्चे शिवांश, ऋतिक, मानू, संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे। परिजनों की तहरीर पर जानी थाना पुलिस अपहरण का मुकदमा दर्ज कर बच्चों की तलाश में जुटी थी, लेकिन सोमवार की सुबह तीनों बच्चे एक पानी भरे खाली प्लॉट में किनारे पर पड़े मिले। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस तीनों बच्चों को अपने कब्जे में लेकर अस्पताल गई, जहां बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। तीनों बच्चों की मौत से परिजनों में आक्रोश पैदा हो गया और पुलिस चौकी का घेराव करते हुए मामले के खुलासे की मांग की। 

हत्या के बाद फेंके शव
परिजनों का कहना था कि मासूमों की हत्या की गई है और शव प्लॉट में फेंक दिए गए है। सूचना मिलते ही सीओ सरधना, एसपी देहात मय फोर्स मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी जुटाई। काफी देर तक पुलिस और परिजनों की हुई जद्दोजेहद के बाद चेयरपर्सन पति गुलजार चौहान एवं थाना प्रभारी निरीक्षक महेश राठौर द्वारा परिजनों को समझाया गया। 

थानाध्यक्ष ने दिया आश्वासन 
परिजनों का कहना था कि आज से पहले भी कस्बे के कई मासूम मौत के घाट उतार दिए गए, लेकिन कोई कड़ी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई, जिसका नतीजा यह है कि तीन बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी। थानाध्यक्ष ने पीड़ित परिजनों को मामले के खुलासे और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

फोरेंसिक टीम ने किया मौका मुआयना
तीन बच्चों की मौत के बाद फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच की। इस दौरान लोगों ने टीम का विरोध भी किया।

महिलाओं ने किया हंगामा
पीड़ित परिवार की महिलाओं ने भी सिवाल चौकी पर जमकर हंगामा किया और हत्या का आरोप लगाते हुए मामले के खुलासे की मांग की। पुलिस ने काफी समझाया, लेकिन महिलाएं मानने के लिए तैयार नहीं हुई।

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