-गांवों और नगर पंचायतों में ट्रांसफार्मर फूंके, लाइन टूटने से गुल रही सप्लाई
मोहम्मद अली चौहान
नित्य संदेश, सरूरपुर। सरूरपुर क्षेत्र इन दिनों सिद्द्त भरी गर्मी में बिजली संकट से जूझ रहा है। नगर पंचायत हर्रा, खिवाई, करनावल सहित क्षेत्र के अधिकांश गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह चरमराई हुई है। कहीं ट्रांसफार्मर फूंकने से तो कहीं लाइन टूटने से सप्लाई बाधित हो रही है। हालात यह हैं कि रात-रात भर लोग जागकर गुजारने को मजबूर हैं।
नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं व स्कूलों में सत्र
की परीक्षाओं के समय बिजली का संकट छात्रों की सबसे बड़ी
समस्या बन गया है। गर्मी में घंटों बिजली गुल रहने से छात्रों को पढ़ाई करने में
दिक्कत हो रही है। परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों ने बताया कि मोमबत्ती और
लालटेन की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ रही है। कस्बा करनावल निवासी छात्र राहुल ने
कहा, "परीक्षा करीब है, लेकिन रातभर बिजली गायब
रहती है। इतनी गर्मी में पढ़ाई पर ध्यान ही नहीं लग पाता।" परीक्षाओं के समय बिजली
का संकट छात्रों की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। पायल (छात्रा, खिवाई) ने कहा,
"मोमबत्ती और लालटेन में पढ़ाई करनी पड़ रही है। गर्मी से नींद भी नहीं
आती।"
बीमारों और बुजुर्गों की हालत बिगड़ी
गर्मी और उमस से बीमार लोगों की हालत और बिगड़ रही है। सरूरपुर क्षेत्र के
ग्राम जैनपुर की बुजुर्ग महिला बिमला देवी ने कहा,
"घर में बीमार मरीज है। उमस और बिजली कटौती ने जान आफत में डाल दी है। पंखा, कूलर सब बेकार हो गया
है।" इसी तरह सरूरपुर के
निवासी कमल चौधरी ने बताया कि उनकी मां शुगर और बीपी की मरीज हैं, लेकिन बिना बिजली दवा रखने
के लिए फ्रिज तक ठंडा नहीं हो पाता।
पशुपालकों के सामने चारा और पानी की समस्या
बिजली संकट का असर सिर्फ लोगों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि घरेलू पशुओं के
लिए चारा काटने और पानी उपलब्ध कराने में भी दिक्कतें आ रही हैं। इससे ग्रामीणों
को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। बिजली संकट का असर क्षेत्र के पशुपालकों पर भी
पड़ा है। पशुओं के लिए चारा काटने की मशीनें बिजली न आने से ठप पड़ी हैं। कस्बा
हर्रा के डेयरी संचालक नाज़िम चौहान ने कहा, "पशुओं के लिए चारा काटने तक
में दिक्कत हो रही है। पानी के लिए भी हैंडपंप और मोटर नहीं चल पा रहे।"
विभाग पर लापरवाही के आरोप, जनता में गहरा रोष
ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत करने के बावजूद बिजली विभाग कोई ठोस कार्यवाही नहीं करता। हर्रा वार्ड-7 निवासी अलीमुद्दीन ने कहा, "रोजाना लाइन टूट जाती है, ट्रांसफार्मर बार-बार
फुक जाते हैं, लेकिन विभाग वाले सिर्फ
आश्वासन देते हैं। गांव-गांव में बिजली कटौती को लेकर आक्रोश है। लोग कहते हैं कि
इतनी भीषण गर्मी में बिजली विभाग की लापरवाही ने जीवन बेहाल कर दिया है। ग्रामीणों
ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो शिकायत मुख्यमंत्री
पोर्टल पर की जाएगी।
बिजली विभाग क्या कहता है?
बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ट्रांसफार्मर और लाइन की
समस्या को लेकर लगातार काम चल रहा है। उनका कहना है कि "गर्मी के मौसम में
लोड बढ़ने के कारण ट्रांसफार्मर बार-बार फुक जाते हैं। विभाग जल्द ही नए
ट्रांसफार्मर लगाने और टूटी लाइनों को दुरुस्त करने का काम कर रहा है।"
जनता की मांग-स्थायी समाधान चाहिए
क्षेत्र वासियों का कहना है कि विभाग की लापरवाही के कारण यह समस्या बार-बार
आती है। हर दो-तीन दिन में ट्रांसफार्मर फुक जाता है। अधिकारी सिर्फ आश्वासन देते
हैं। गर्मी में छोटे बच्चे तक रो-रोकर बेहाल हैं। इस बार हालात और गंभीर हैं।
क्षेत्र वासियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही स्थायी समाधान नहीं किया गया तो
वे जिला कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक क्षेत्र की समस्या लेकर जाएंगे।
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