-त्योहार पर एक सप्ताह तक होगा मेले, झांकियों और शोभा यात्रा का आयोजन
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को मनाया जाएगा। कतिपय स्थानों पर मुख्य पर्व से आगामी 06 दिनों तक भी स्थानीय
स्तर पर मेले, झांकियां, शोभायात्रा आदि का आयोजन किया
जाता है।
त्यौहार के दौरान अधिकांशतः मंदिरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं कहीं-कहीं घरों में भी विशेष झांकियां रखी जाती
हैं। मेलों का आयोजन एवं शोभायात्रा निकाली जाती हैं, इसके अतिरिक्त यह त्यौहार जनपदों में पुलिस लाइन, थाना, चौकियों आदि में भी हर्षोल्लास
के साथ मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि विगत में विभिन्न स्थानों पर हुई कतिपय
घटनाओं के कारण स्थानीय स्तर पर उत्पन्न संवेदनशीलता के कारण उक्त त्यौहार के अवसर
पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों मे कुछ कारणों से विवाद उत्पन्न होने की सम्भावना
बनी रहती है, जिस पर अत्यधिक सतर्कता
बरते जाने की आवश्यकता होती है, इस हेतु परिक्षेत्र में व्यापक पुलिस प्रबन्ध किए गए हैं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पुलिस द्वारा किए गए प्रबन्ध
➡ ड्यूटी में लगाया
जाने वाला पुलिस बल 2685: कानून व्यवस्था के दृष्टिगत परिक्षेत्र के जनपदों में 06 अपर पुलिस अधीक्षक, 25 सीओ, 84 निरीक्षक, 581 उप निरीक्षक, 797 मु.आ., 780 आरक्षी, 412 होमगार्ड/पीआरडी एवं 01 कम्पनी पीएसी की
ड्यूटी लगाई गई है।
➡ शोभायात्रा की संख्या 93: परिक्षेत्र के जनपद मेरठ में 14, बुलन्दशहर में 28, बागपत में 27 व हापुड़ में 24 शोभायात्रा निकाला
जाना प्रस्तावित है।
➡ मार्ग में संवेदनशील स्थानों की संख्या 35
➡ कार्यक्रम आयोजित होने वाले मंदिरों की संख्या 292: जनपद मेरठ में 181, बुलन्दशहर में 41, बागपत में 30 व हापुड़ में 40 मंदिरों में कार्यक्रम
होना जाना प्रस्तावित है।
➡ अन्य कार्यक्रम, भण्डारों की संख्या 23: जनपद मेरठ में 02, बुलन्दशहर में 16, बागपत में 02 व हापुड़ में 03 अन्य कार्यक्रम,
भण्डारे प्रस्तावित हैं।
➡ परिक्षेत्रीय जनपदों में सक्रिय एन्टी रोमियो स्कवॉड 83: जनपद मेरठ में 32 बुलन्दशहर में 28, बागपत में 12 व हापुड़ में 11 स्कवॉड सक्रिय हैं।
➡ परिक्षेत्र की सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी, धर्म
गुरु, शांति समिति, संभ्रान्त
व्यक्तियों के साथ 121: अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थय, विद्युत विभाग आदि के
साथ 111 गोष्ठियां आयोजित कर ली
गई हैं।
त्यौहार के सकुशल आयोजन एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत व्यापक इन्तजाम किए गए हैं। इसके लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा परिक्षेत्र के जनपद प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
➡ परम्परा से हटकर
शोभायात्रा, अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाने को लेकर, विवादित स्थान पर झांकी लगाए जाने एवं जबरन चन्दा
वसूली के कारण विवाद की स्थिती उत्पन्न हो जाती है, इसका पूर्व
से ही निराकरण करा लिया जाए।
➡ मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों मे विशेष सतर्कता बरती जाए। पर्याप्त संख्या में महिला,
पुरुष पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाएं।
➡ मटकी फोड़ कार्यक्रम के दृष्टिगत कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों की डयूटी लगाई जाए। आयोजकों से
वार्ता कर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय जैसे जाल लगाना आदि कराए जाए।
➡ शोभायात्रा के मार्ग
में ढीले विद्युत तारों को विद्युत विभाग के सहयोग से सही करा लिया जाए।
➡ झांकियों को निकाले जाने वाले मार्गों का त्यौहार से पूर्व में ही थाना
प्रभारियों, क्षेत्राधिकारियों द्वारा भ्रमण कर लिया जाए, यदि कोई विवाद सामने आता है तो उसका तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों के साथ
मिलकर तत्परता से निराकरण करा लिया जाए।
➡ स्थानीय स्तर पर होने
वाले कार्यक्रमों के आयोजनकर्ताओं, प्रबन्धकों के साथ वार्ता, गोष्ठी कर कार्यक्रमों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी कर कानून व्यवस्था
बनाए रखने के लिए उनका सक्रिय सहयोग
प्राप्त कर लिया जाए। गोष्ठी के दौरान आयोजनकर्ताओं एवं
प्रबंधकों द्वारा किसी प्रकार का कोई सुझाव अथवा कोई आपत्ति प्रकट की जाती है तो
स्थानीय परिस्थिति के अनुसार विधिसम्मत निवारण कर लिया जाए।
➡ स्थानीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों, झांकियों के निकट दूसरे धर्म के
धार्मिक स्थलों को भी चिन्हित कर यदि कार्यक्रमों के सम्बन्ध में कोई विवाद, आपत्ति हो तो उसका पूर्व में ही निराकरण कर लिया जाए।
➡ आयोजकों से वार्ता कर
सुनिश्चित किया जाए कि यथासम्भव प्रत्येक कार्यक्रम सीसीटीवी से आच्छादित हो और
यदि कैमरे पूर्व से ही लगे हैं तो उनको चैक करा लिया जाए कि वह
ठीक काम कर रहे हैं अथवा नहीं। उक्त त्यौहार के अवसर पर आयोजित सभी झांकियों, मेलों एवं अन्य कार्यक्रम की वीडियोग्राफी,
फोटोग्राफी करायी जाए।
➡ त्यौहार रजिस्टर का भली
प्रकार अवलोकन कर उसकी प्रविष्टियों को अद्यतन कर लिया जाए। वर्तमान
में चल रहे विवादों एवं इस त्यौहार के दौरान पूर्व में हुई घटनाओं की समीक्षा कर
साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए बीट स्तर, थाना स्तर, सर्किल स्तर पर गोष्ठी, वार्ता
कर ली जाए।
➡ निकट पूर्व में घटित
सभी ऐसी घटनाओं जिनमें साम्प्रदायिक संवेदनशीलता प्रकट हुई हो, का जमीनी स्तर पर भौतिक
परीक्षण कर लिया जाए तथा उसकी वर्तमान स्थिति का भी गहनता से परीक्षण कर तदानुसार
आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित कर लिए जाए।
➡ अगर किसी अन्य कारण
अथवा झांकियों की वजह से रूट डायवर्जन किया जाता है तो त्यौहार से पूर्व ही
वैकल्पिक मार्गों का निरीक्षण कर लिया जाए, ताकि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो सके।
➡ किसी नई,
विवादित परम्परा को कदापि अनुमति न दी जाए। परम्परा से हट कर
विवादित स्थान पर पूजा पण्डाल लगाए जाने एवं जबरन चन्दा
वसूली के प्रकरणों पर विशेष सतर्क दृष्टि रखी जाए। अगर किसी
प्रकार की सूचना प्राप्त होती है तो तत्परता से नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जाए।
➡ मेले,
झांकियों, कार्यक्रमों में एकत्र होने वाली भीड़ एवं
संवेदनशील स्थानों पर समुचित पुलिस प्रबंध कराना सुनिश्चित करें। मेले एवं
कार्यक्रमों के मार्गों, स्थलों पर भी पर्याप्त संख्या में
पुलिस बल एवं पिकेट आदि की व्यवस्था की जाए, ताकि मेले में आने जाने
वाली महिलाओं के साथ छेड़छाड़, झपटमारी आदि की घटनाएं घटित न हो सके।
➡ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
के शुभ मुहूर्त पर प्रमुख स्थानों पर दर्शन के लिए भारी भीड़ एकत्र हो जाती है। अतः संभावित भीड़ का आंकलन कर भीड़ नियंत्रण के संदर्भ में प्रभावी
कार्यवाही के लिए पूर्व में ही बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था
सुनिश्चित कर ली जाए।
➡ साम्प्रदायिक सद्भाव को
ठेस पहुंचाने वाले, अफवाह फैलाने वाले
असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निष्पक्ष रूप से वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, ताकि उनको किसी प्रकार
की घटना कारित करने का अवसर न मिल सके। सोशल मीडिया पर सतर्कता रखते हुए भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही उसे ब्लॉक (निषिद्ध) कराने, डिलीट करने के लिए आवश्यक विधिक कार्यवाही सुनिश्चित
करायी जाए।
➡ प्रत्येक छोटी से छोटी
सूचना को गम्भीरता से लिया जाए एवं सूचना प्राप्त होने पर अविलम्ब
तत्परता से घटना स्थल पर पहुंचकर समुचित वैधानिक कार्यवाही की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की
घटना कोई बड़ा रूप न ले सके।
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