Wednesday, July 2, 2025

गर्मियों की छुट्टी में बालकों के जीवन में आया बदलाव


अब बाहर नहीं घर में रहना बन रही प्राथमिकता

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। प्रगति विज्ञान संस्था के साथ मिलकर जिला विज्ञान क्लब ने बालकों पर अध्ययन किया है। जलवायु परिवर्तन का असर केवल सामाजिक रिश्तों पर ही नहीं, बल्कि इंसानों की जीवन शैली पर भी पड़ रहा हैं। 

वैज्ञानिक दीपक शर्मा ने बताया कि उनके जीवन शैली में बालकों के रिश्ते में आ रहे बदलाव को सीधा सीधा देखा जा सकता हैं। छुट्टियों में मामा के घर जाने वाले बालकों की संख्या में कमी आई हैं, वो अब घर पर रहना पसंद कर रहे हैं। पिछली बार 40 प्रतिशत बालक मामा के घर गए थे, जबकि इस बार 33 प्रतिशत ही रह गए, पिछली बार घर पर रहने वाले 30 प्रतिशत थे, जो इस बार बढ़कर 39 प्रतिशत पहुंचे। दादा के घर जाने वालों में एक प्रतिशत गिरावट आई, कुछ ना कुछ सीखने वाले उतने ही 12 प्रतिशत रहे, घूमने जाने वालों में भी एक प्रतिशत की गिरावट आई हैं। यह अध्ययन पिछले और इस वर्ष गर्मियों की छुट्टियों में निम्न माध्यम परिवारों के 10 से 18 वर्ष के अलग अलग जगहों के 500 बालको पर किया गया। वैज्ञानिक दीपक शर्मा ने बताया कि एक बदलाव और आया हैं, बुआ के घर जाने वाले धीरे से मौसी के घर जाना शुरू कर चुके हैं।

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