अनम शेरवानी
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के आचार्य विष्णु गुप्त सुभारती कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स में एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय स्मार्ट निवेशक जागरूकता कार्यक्रम रहा। जिसका आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट एनआईएसएम के तत्वावधान में किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को निवेश जागरूकता, वित्तीय साक्षरता और डिजिटल सुरक्षा से संबंधित नवीनतम पहलुओं से अवगत कराना था। विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों और कॉलेजों से लगभग 45 शिक्षकों ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर डॉ. आर.के.घई डीन, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स और निदेशक आचार्य विष्णुगुप्त सुभारती कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा की आज के समय में शिक्षकों की भूमिका केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं रह गई है। बल्कि उन्हें उद्योग की बदलती आवश्यकताओं और विद्यार्थियों की व्यावसायिक तैयारी के लिए निरंतर अद्यतन रहना आवश्यक है। ऐसे फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शिक्षकों के समग्र विकास का आधार बनते हैं। शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं बल्कि छात्रों को जिम्मेदार नागरिक और दक्ष पेशेवर बनाना है।
डॉ0 स्तुति प्रियदर्शिनी निज्हावन जो एक अनुभवी कंपनी सेक्रेटरी भारतीय कंपनी सचिव संस्थान की सदस्य एवं सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षक हैं, ने निवेश जागरूकता, वित्तीय साक्षरता, कॉर्पोरेट अनुपालन, निवेश रणनीतियों और नैतिक कॉर्पोरेट शासन पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान समय में केवल शैक्षणिक ज्ञान ही पर्याप्त नहीं है। शिक्षकों को वित्तीय और कानूनी जागरूकता की जानकारी देना भी उतना ही जरूरी है। विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन की आर्थिक एवं निवेश संबंधी समझ देने की जिम्मेदारी हमारी है। उन्होंने ‘‘पहले बचत करों फिर खर्च करो‘‘ के सिद्धांत की महत्ता बताई । उन्होंने केस स्टडी और लाइव उदाहरणों के माध्यम से प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया और उन्हें बताया कि कैसे शिक्षक छात्रों को स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए मार्गदर्शन दे सकते हैं।
डॉ0 प्रीति शर्मा प्रख्यात विधिक सलाहकार एवं साइबर क्राइम विशेषज्ञ ने साइबर क्राइम, साइबर लॉ, डेटा सुरक्षा, और डिजिटल व्यवहार जैसे ज्वलंत विषयों पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ0 डॉली वैश और डॉ0 विनीता मित्तल, सहायक प्रोफेसर फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स रहे। मंच का संचालन डॉ0 विनीता मित्तल द्वारा किया गया।
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