Breaking

Your Ads Here

Sunday, June 1, 2025

रेंज के 84 स्थानों को संवेदनशील और हॉटस्पॉट के रूप में किया चिन्हित

 


-ईद-उल-अजहा के अवसर पर डीआईजी ने मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ जनपदों के अधिकारियों को दिए सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश

लियाकत मंसूरी

नित्य संदेश, मेरठ। ईद-उल-अजहा के अवसर पर डीआईजी रेंज के चार जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत एवं हापुड़ में 487 ईदगाह तथा 981 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी। जनपद मेरठ में 164 ईदगाह व 515 मस्जिद, बुलन्दशहर में 171 ईदगाह व 213 मस्जिद, बागपत में 68 ईदगाह व 205 मस्जिद तथा जनपद हापुड़ में 84 ईदगाह व 48 मस्जिदों में नमाज अदा होगी।


मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि ईद-उल-अजहा के त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराए जाने के लिए परिक्षेत्र के जनपदों में 08 अपर पुलिस अधीक्षक, 25 सीओ, 95 निरीक्षक, 820 उप निरीक्षक, 1250 मु.., 1635 आरक्षी, 1005 होमगार्ड/पीआरडी एवं 02 कम्पनी पीएसी की ड्यूटी लगाई गई है। परिक्षेत्र में कुल 84 स्थानों को संवेदनशील/ हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसमें जनपद मेरठ में 21, बुलन्दशहर में 43, बागपत में 05 एवं हापुड़ में 15 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इनके सुरक्षार्थ 27 जोन, 100 सैक्टर एवं 49 क्यूआरटी स्थापित की गई है। त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराए जाने के लिए सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी/ धर्म गुरु/ शांति समिति/ संभ्रान्त व्यक्तियों के साथ 128, अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थय, विद्युत विभाग आदि के साथ 99 एवं आयोजकों/ संचालकों के साथ 9 गोष्ठियां आयोजित कर ली गई हैं।


डीआईजी ने पुलिसकर्मियों को दिए ये निर्देश

कानून व्यवस्था के दृष्टिगत ईदगाह एवं सभी संवेदनशील स्थानों का भौतिक निरीक्षण/भ्रमण कर लिया जाए, ताकि लॉ-एंड-ऑर्डर की कोई समस्या उत्पन्न न हो।

चौकी स्तर पर भी पीस कमेटी की मीटिंग कर ली जाए।

पशु पैठ/बकरा मंडी पर भीड-भाड़ के दौरान लूट/छिनैती आदि की घटना होने की सम्भावना रहती है, इसकी रोकथाम के लिए व्यापक प्रबन्ध कर लिए जाए।

किसी भी प्रकार का कोई गैर परम्परागत कार्य ना हो, सभी जनपद प्रभारी इसके लिए थाना प्रभारी व चौकी इंचार्ज की जवाबदेही तय करें।

प्रतिबन्धित पशुओं व खुले स्थानों पर कुर्बानी न हो, इसके दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरती जाए।

कलस्टर व्यवस्था कर थाना चौकी के फोर्स को हेलमेट एवं बॉडी प्रोटेक्टर से लैस रखा जाए।

आवश्यकतानुसार सांप्रदायिक हॉटस्पाट पर स्टैटिक मजिस्ट्रैट और पुलिस पिकेट तैनात किए जाए, बकरीद के दृष्टिगत संवेदशील क्षेत्रो/मार्गो पर यूपी 112 के वाहनों का रुट मैप तैयार कर लिया जाए।

सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों का सीसीटीवी कैमरों द्वारा कवरेज सुनिश्चित किया जाए।

संवेदनशील और मिश्रित आबादी क्षेत्रों की ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाए और अधिक से अधिक पैदल गश्त भी किया जाए।

सांप्रदायिक प्रभाव वाले सभी विवादों पर कड़ी नजर रखी जाए।

जनपद प्रभारी धार्मिक स्थलों पर निगरानी रखें तथा धार्मिक स्थलों व आस-पास के क्षेत्रों में समुचित पुलिस प्रबन्ध करना सुनिश्चित करें।

समस्त जनपदों में पोस्टर पार्टी का गठन कर प्रातः काल समस्त धार्मिक स्थलों की नियमित चैकिंग सुनिश्चित की जाए।

प्रत्येक थाने पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर तथा रजिस्टर नं-8 में उपलब्ध प्रविष्टियों का अध्ययन कर लिया जाए तथा किसी नई परम्परा की अनुमति न दी जाए।

असामाजिक/साम्प्रदायिक तत्वों की सूची को अद्यावधिक कर लिया जाए और तद्नुसार आवश्यकता पड़ने पर इन साम्प्रदायिक एवं अवांछनीय तत्वों के विरूद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

त्यौहार के दृष्टिगत समस्त ट्रबल स्पाट/हॉट स्पाट की सूची बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर भ्रमण व समीक्षा कर ली जाए। विगत वर्षो में प्रकाश में आए समस्त विवादों/घटनाओं की समीक्षा करते हुए सभी स्थानों पर प्रभावी पुलिस प्रबन्धन किया जाए।

जनपद के समस्त क्षेत्राधिकारी/थानाध्यक्ष ऐसे सभी स्थलों पर अपने मजिस्ट्रेट के साथ गोष्ठियां कर लें, जिससे कोई प्रकरण अनिस्तारित न रहें। साम्प्रदायिक विवादों से सम्बन्धित समस्त प्रकरणों का विधिक समाधान कराया जाए।

स्थानीय अभिसूचना इकाई के अधिकारियों/कर्मचारियों को समसामयिक सूचना के प्रति सतर्क कर दिया जाए। विभिन्न असामाजिक, अवांछनीय एवं साम्प्रदायिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए एवं अभिसूचना इकाईयों के माध्यम से प्राप्त होने वाली लाभप्रद सूचनाओं के आधार पर समय रहते प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

प्रत्येक मस्जिद में ईद-उल-जुहा की पूर्व रात्रि में सतर्क दृष्टि रखी जाए, ताकि असामाजिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार की अफवाहें मस्जिदों अथवा उसके आस-पास न फैलायी जाए, इसके लिए नागरिक सुरक्षा संगठन के पदाधिकारियों का भी सहयोग लिया जा

ड्रोन कैमरे के माध्यम से भी मिश्रित एवं संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी की जा। अपने जनपदों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों को सूचीबद्ध करते हुए ठीक करा लिया जाए, जहां भी वृहद कार्यक्रम आयोजित हों, वहां न सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराए जाए

सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक, इन्स्टाग्राम, ट्वीटर, वाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखा जाए, असत्य एवं भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर तत्काल उसका प्रभावी खण्डन किया जा। सभी जनपद अपने सोशल मीडिया सेल को इस सम्बन्ध में सतर्क करते हुए समुचित ब्रीफिंग कर लें।

नियंत्रण कक्ष, उप नियंत्रण कक्ष सुचारू रूप से व्यवस्थापित कि जाने तथा त्वरित सूचना प्रेषण एवं उस पर कार्यवाही की सुदृढ़ प्रक्रियाएं निर्धारित की जा

No comments:

Post a Comment

Your Ads Here

Your Ads Here