Wednesday, May 14, 2025

सुभारती पत्रकारिता विभाग ने मनाई नारद जयंती



आद्य संचारक महर्षि नारद जयंती पत्रकारिता दिवस के रूप में आयोजित 

अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ के सुभारती पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में आद्य पत्रकार महर्षि नारद की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गयी. विश्वविद्यालय की नेताजी सुभाषचंद्र बोस पीठ के अध्यक्ष मेजर डा. देशराज सिंह इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए, जबकि मेरठ के स्थानीय कवि रामलखन पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में थे.

विषय को प्रतिपादित करते हुए प्रो.अशोक त्यागी ने कहा कि आज के छात्रों को महर्षि नारद से सीखने की जरूरत है और वे जीवन में सकारात्मकता को अपनाये. नकारात्मक पत्रकारिता देश और समाज के लिए अहितकर है. विशिष्ट अतिथि कवि रामलखन पटेल ने अपनी सस्वर कविता के माध्यम से देवर्षि नारद का स्मरण करते हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे समाज के अंधकार को प्रकाश में बदलने का कार्य करें. उन्होंने कहा कि शिक्षा ज्ञान रूपी आँखों को खोलती है और इसके प्रसार की जरूरत है.

मुख्य अतिथि मेजर डा. देशराज सिंह ने कहा कि नारद जी के मूल्यों और सिद्धांतों पर विचार करने की जरूरत है. साथ ही उन्हें पत्रकारिता और जनसंचार में अपने प्रयासों में लागू करना चाहिए, उन्होंने कहा कि नारद जी हमें संचार की नैतिकता का पाठ पढ़ाया. अपने अध्यक्षीय संबोधन में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डा) सुभाष चंद्र थलेड़ी ने कहा कि नारद जयंती मीडिया के छात्रों को प्रभावी संचार के महत्त्व को रेखांकित करती है. उन्होंने कहा कि नारद ऋषि ने समाज को बताया कि सार्वजनिक राय को आकार देने में संदेशवाहक की भूमिका अहं है. प्रोफे.थलेड़ी ने कहा कि भारतीय माइथोलॉजी में देवताओं और मनुष्यों के बीच नारद जी एक उत्कृष्ट संचारक की भूमिका में नज़र आते हैं. उनका ज्ञान, संगीत और कला के प्रति प्रेम उनको आज भी समाज में लोकप्रिय बनाए हुए हैं. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे भी मीडिया को समाजसेवी बनाने के लिए महर्षि नारद के चरित्र से प्रेरणा लें और भारतीय ज्ञान परम्परा को विश्व स्तर पर प्रचारित करें.

इस अवसर पर बीएजेएमसी के छात्र प्रज्ज्वल पांडेय, नितेश कुमार तिवारी, हरसुल शर्मा और छात्रा मनीषा झा, तनु शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए और महर्षि नारद को याद किया. छात्रों का कहना था कि हिंदू पौराणिक कथाओं में नारद जी की भूमिका प्रभावी रही है और उन्हें आदर पूर्वक याद किया जाता रहेगा. उन्होंने कहा कि नारद के चरित्र हमें बताता है कि वास्तविक पत्रकारिता के लिए ईमानदारी की महती आवश्यकता है।

विभाग के माखनलाल चतुर्वेदी सभाकक्ष में संपन्न हुए इस कार्यक्रम को डा. प्रीति सिंह ने संचालित किया. इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक शैली शर्मा, शिकेब मजीद, राम प्रकाश तिवारी समेत विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे.

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