-आचार्य श्री वसुनंदी का प्रवास मेरठ में, प्रवचन सभा को
किया संबोधित
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। आचार्य श्री वसुनंदी का
प्रवास मेरठ में है, इसी श्रृंखला में मंगलवार को आचार्य श्री कमला नगर मंदिर से बिहार करके महावीर जयंती भवन पर पहुंचे, जहां पर उनका भव्य रूप से सम्मान किया गया, वहां
पहुंचकर महाराज जी ने प्रवचन सभा को संबोधित किया।
आचार्य श्री ने कहा कि मनुष्य अपनी प्रवर्ती से पुण्य और पाप
दोनों को करता है, उसकी अच्छी प्रवर्ती उसे पुण्य दिलाती है
और मोक्ष तक ले जाती है। यदि इसकी प्रवर्ती खराब हो तो वह
पापों का संचय कर लेता है तथा अधोगति का कारण भी बना लेता है। आचार्य श्री ने सभी
पापों की मूल जड़ लोभ को बताया। उन्होंने लोभ को पाप का बाप
बताया। कहा, लोभ के लिए आदमी मायाचारी करता है, मायाचारी से प्राप्त वस्तु का अहंकार करता है, फिर
क्रोध करता है। पर वस्तु जो अपनी नहीं है, उसे पानी की इच्छा
लोभ है, उसी में यह सारे पाप होते हैं,
जो हमें प्राप्त है उसमें ही अपने को संतुष्ट रखना है। लोभ की तरफ बिल्कुल नहीं
जाना है।
कार्यक्रम के दौरान सुरेश जैन ऋतुराज, सुनील जैन प्रवक्ता, अनिल जैन, प्रमोद जैन एडवोकेट,
अंकुर जैन आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। शाम को महावीर जयंती भवन से बिहार करके, शारदा रोड किशनपुरी,
देवपुरी होते हुए आनंदपुरी जैन मंदिर के लिए प्रस्थान किया। वहां से प्रस्थान करके रात्रि में सदर जैन मंदिर में प्रवास किया। बुधवार
को महाराज श्री की आहारचार्य थापर नगर सदर में होगी, वहां से असोडा हाउस के लिए प्रस्थान होगा।
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