Tuesday, May 13, 2025

संसाधनों की बचत के साथ चुनावी प्रक्रिया होगी सरल: विनीत अग्रवाल शारदा



सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ एक राष्ट्र, एक चुनाव पर विचार गोष्ठी का आयोजन

अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में ‘‘एक राष्ट्र एक चुनाव‘‘ विषय पर एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन सत्यजीत रे प्रेक्षागृह में किया गया। विचार गोष्ठी का शुभारंभ भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा, विशिष्ट अतिथि मेरठ भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण एवं विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अतिथियों का अभिनंदन सुभारती लॉ कॉलेज के डीन डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने स्वागत भाषण प्रस्तुत कर किया। इस विचार गोष्ठी का उद्देश्य एक राष्ट्र, एक चुनाव के मुद्दे पर विभिन्न दृष्टिकोणों को समझना और इस नीति के कार्यान्वयन के संभावित लाभ और चुनौतियों पर चर्चा करना रहा।

भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने कहा एक राष्ट्र एक चुनाव से देश में राजनीतिक स्थिरता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती मिलेगी। यह समय और संसाधनों की बचत करेगा और चुनावी प्रक्रिया को सरल बनाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों को आत्मसात करते हुए देशहित में कार्य कर जनता की सेवा कर रही है। श्री शारदा ने कहा कि भारत को श्री नरेन्द्र मोदी के रूप में एक ऐसे राजा मिले है, जो देश को फिर से सोने की चिड़िया बनाकर हर वर्ग के उत्थान हेतु कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से पैसे की बचत के साथ समय एवं प्रशासनिक अमले पर होने वाले व्यय की बचत होगी और यह पैसा राष्ट्र निर्माण हेतु अन्य संसाधनों पर खर्च किया जा सकेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव से देश को विकास के पथ पर बढ़ाया जा सकता है। विकास ही भारत को विश्वगुरु बनाने में सहायक होगा। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों में राष्ट्र के प्रति जन जागृति हेतु किये जा रहे कार्यो की सराहना की।
मेरठ भाजपा महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी ने कहा कि देश में पूरे साल चुनाव होते है। इससे सरकार का व्यय अधिक होता है एवं आर्थिक बोझ पड़ता है। एक राष्ट्र एक चुनाव होने से भारत देश विकसित होने की दिशा में गति से आगे बढ़ेगा। एक राष्ट्र एक चुनाव से पैसों की बड़ी बचत होगी। इस बचत से हमें रक्षा, शिक्षा, एवं चिकित्सा आदि के क्षेत्र में खर्च कर देश को विकसित बनने में योगदान मिलेगा।  

विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से समाज और शिक्षा क्षेत्र पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। इससे छात्रों और युवाओं में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक राष्ट्र एक चुनाव महत्वपूर्ण कदम है। विभिन्न प्रकार के चुनावों में होने वाले हजारों करोड़ की राशि को देश की सेना, सैन्य अनुसंधान, स्वास्थ्य एवं शिक्षा सहित अन्य जनकल्याणकारी कार्यो में लगाकर भारत को विकसित बनाया जा सकता है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव हेतु पूर्व से आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम के बारे में अतिथियों को जानकारी दी।
सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण ने कहा कि यदि पूरे देश में एक साथ चुनाव होते हैं, तो बार-बार चुनावों की वजह से उत्पन्न होने वाली अस्थिरता कम होगी। इससे दीर्घकालिक योजनाओं पर काम किया जा सकता है। उन्होंने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से अनगिनत राजनैतिक दलों के स्थान पर अमेरिका जैसी स्थिति जहां, दो या तीन पार्टी एक समय पर चुनाव लड़कर कर देशहित की योजनाए बनाती है, उत्पन्न होने की संभावना बनेगी।

कार्यक्रम में सुभारती परिवार द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन डॉ.सीमा शर्मा ने किया। वंदेमातरम गायन से कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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