Sunday, May 11, 2025

मेरा जहान मां


नित्य संदेश।
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मां के दिए संस्कार मेरी अमूल्य धरोहर, 
मां की परवरिश से रोशन मेरे सब पहर।
दौलत तो घटे-बढ़े ज्यों समंदर की लहर,
मां ने सिखाया करना हर स्थिति में सबर।।

मां कहती सबसे कर अच्छा व्यवहार,
प्रयास किए बिना कभी न मानना हार।
मां ने दिए सत्य-निष्ठा के गहने उपहार,
बुलंद हौसले से गढ़े मेरे आचार-विचार।।

प्रेम, रिश्तों के उतार चढ़ाव समझाए,
मेरे जीवन की सीढ़ी बन मुझे बढ़ाए।
दुविधा में सहेली बन रास्ता दिखाए,
मां की परंपराए ही मेरा चरित्र बनाए।।

कहे मत खो आपा रख मीठी जुबान,
मां की शिक्षा, कौशल ने बढ़ाया मान।
दया, ममता, सबको समझना समान, 
समर्थन, प्रेरणा दिलाए मुझे सम्मान।।

मेरी मां मेरी शक्ति, भक्ति, अभिमान,
मां के सिखाए आचरण से मैं धनवान।
मां ने जो भी दिया उससे बनी गुणवान,
उसके आशीष से चलता मेरा जहान।।

सपना सी.पी. साहू 'स्वप्निल'
इंदौर (म.प्र.)


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