शाहिद खान
नित्य संदेश, मेरठ। भारत और पाकिस्तान की तनातनी को लेकर छावनी क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। इस दौरान छावनी क्षेत्र से ड्रोन का संपर्क टूट गया। उसके बाद ड्रोन का कोई पता नहीं चल सका। सेना के जवानों ने कई घंटे तलाश करने के बाद अफसरों को जानकारी दी। तब पुलिस के शीर्ष अफसरों को सेना के अफसरों के अवगत कराया। उसके बाद सीओ के नेतृत्व में पुलिस फोर्स को ड्रोन ढूंढने में लगाया गया। रात 12 बजे तक भी ड्रोन नहीं मिल पाया। उसके बाद रेलवे रोड थाने में ड्रोन के गायब होने पर गुमशुदगी दर्ज करा दी गई।
सेना के जवान शाम के समय छह बजे ड्रोन उड़ाकर छावनी क्षेत्र की निगरानी कर रहे थे। उस समय ड्रोन रोहटा रोड की तरफ दौड़ रहा था। ड्रोन की रेंज दो किमी दूरी तक थी। बताया जाता है कि दो किमी दूरी पार करने के बाद ड्रोन का संपर्क टूट गया। उसके बाद से ड्रोन का कोई पता नहीं चल पाया। सेना के जवानों ने पुलिस को बताया कि ड्रोन रोहटा रोड की तरफ पहुंचने के बाद गायब हुआ है। बताया जाता है कि करीब दो से ढाई सौ फुट की ऊंचाई पर ड्रोन पहुंच गया था। सेना का जवान ड्रोन को रिमोट से कंट्रोल कर रहा था। अचानक ही ड्रोन का संपर्क टूट गया। तब सेना के अफसरों ने एसएसपी को जानकारी दी। उन्होंने सीओ कैंट संतोष कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल लगाकर ड्रोन की तलाश की। रात 12 बजे तक भी ड्रोन का कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने रोहटा रोड से जुडे़ सभी घरों को भी खंगाल दिया। बताया जाता है कि ड्रोन गायब होने का मामला लखनऊ तक अवगत कराया गया है। शासन की ओर से एडीजी, डीआईजी और एसएसपी से मामले की जानकारी ली गई है। माना जा रहा है कि किसी ने ड्रोन को उड़ा तो नहीं लिया है। फिलहाल, सेना और पुलिस ने ड्रोन को ढूंढ़ना शुरू किया।
रोहटा रोड पर ड्रोन के गायब
होने का हल्ला मचा हुआ है। देर रात भी ड्रोन पुलिस बरामद नहीं कर पाई। बता दें कि
11 मई 2019 को भी सदर बाजार क्षेत्र से सेना का ड्रोन गायब हो गया था, जो आठ घंटे बाद
मछेरान से मिल गया था। उस समय सेना के जवान ड्रोन की ट्रेनिंग कर रहे थे।
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