Saturday, May 31, 2025

ज्येष्ठ दशहरा पर्व: डीआईजी ने किया सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार


-मेरठ में 04, बुलन्दशहर में 14, बागपत में 01 एवं हापुड़ में हैं 03 घाट

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। ज्येष्ठ दशहरा के अवसर पर गंगा सहित अन्य प्रमुख नदियों के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा स्नान व पूजा अर्चना की जाती है। मेलों का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर काफी संख्या मे श्रद्धालु घाटों पर एकत्रित होते हैं। रेंज के जनपद हापुड़ के तीर्थनगरी ब्रजघाट में आस-पास व दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन गंगा स्नान के लिए आते हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए डीआईजी ने खाका तैयार किया है।

डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि जनपद हापुड़ को 05 पुलिस उपाधीक्षक, 20 निरीक्षक, 120 उपनिरीक्षक, 300 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 25 महिला उपनिरीक्षक, 110 महिला मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 उपनिरीक्षक यातायात, 40 मुख्य आरक्षी/आरक्षी यातायात व 02 कम्पनी पीएसी का आवंटन किया गया है। गंगा दशहरा पर परिक्षेत्र के चारों जनपद मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत एवं हापुड़ में 22 घाटों पर स्नान होगा, जिनमें जनपद मेरठ में 04, जनपद बुलन्दशहर में 14, जनपद बागपत में 01, जनपद हापुड़ में 03 घाट है। इस अवसर पर लगभग 14-15 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ अनुमानित है। सभी जनपदीय पुलिस द्वारा पीस कमेटी/ धर्म गुरु/ शांति समिति/ संभ्रान्त व्यक्तियों के साथ 94, अन्य विभाग जैसे नगर निगम, स्वास्थय, विद्युत विभाग आदि के साथ 88 एवं आयोजकों/ संचालकों के साथ 87 गोष्ठियां आयोजित कर ली गई हैं। डीआईजी ने बताया कि कानून व्यवस्था के दृष्टिगत परिक्षेत्र के जनपदों में 06 अपर पुलिस अधीक्षक, 19 सीओ, 79 निरीक्षक, 503 उप निरीक्षक, 605 मु.आ., 604 आरक्षी, 160 होमगार्ड/पीआरडी एवं 02 कम्पनी पीएसी की ड्यूटी लगाई गई है।

चेकिंग के लिए निर्देश, एलआईयू रहे सक्रिय

पर्व को सकुशल सम्पन्न कराए जाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत व्यापक इन्तजाम करने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक कलानिधि नैथानी द्वारा परिक्षेत्र के जनपद प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। निर्देश दिए कि रुट डायवर्जन के सम्बन्ध में पड़ोसी जनपदों से सम्नवय स्थापित कर लिया जाए, जिससे श्रद्धालुओं के साथ-साथ आम नागरिकों को भी यातायात सम्बन्धित किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित एवं व्यवस्थित स्थल तैयार किया जाए। स्नान की पूर्व संध्या से गंगा के तटवर्ती क्षेत्र में पैदल गश्त कर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहन की चेकिंग की जाए। एएस चैक टीम लगाई जाए जिससे वाहनों / डस्टबिन आदि की चेकिंग के लिए निर्देशित किया जाए व एलआईयू को भी सक्रिय रखा जाए। डयूटी पर मौजूद कर्मचारीगण लगातार सीटी बजा कर श्रद्धालुओं का आवागमन कराते रहने एवं अनावश्यक रुप से श्रद्धालुओं को न रोके जाने के निर्देश दिए गए।

गोताखोरों के साथ कर ली जाए मीटिंग

गोताखोरों के साथ मीटिंग कर ली जाए तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए गोताखोर एवं नाव को तैयार स्थिति में रखा जाए। बैरिकैटिंग की व्यवस्था कर सभी बैरियर पर पुलिस टीम सतर्क रखी जाए, पिकेट एवं चेकिंग प्वाइंट बढ़ा ली जाए। ट्रैफिक कन्ट्रोल के लिए पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नगर पालिका से समन्वय स्थापित कर मेला परिसर की समुचित साफ सफाई रखी जाए। ऑटो/ ई रिक्शा पार्किंग से अंदर स्नान घाट तक न आने दिए जए।

इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि सभी सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रहे और समय समय पर इनको चैक कराते रहे, साथ ही कैमरे बढाने के लिए निर्देशित किया गया। आने जाने वाले रास्तों, कस्बे के अन्दर भी सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रखे जाए। स्वास्थय विभाग से सम्पर्क कर एम्बुलेन्स की उपलब्धता बढायी जाए। गुण्डा दमन दल को क्रियाशील किया जाए, जो जेब कतरों, चोर, चेनस्नेचर, मनचलों पर कार्यवाही करते रहें।

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