सीसीएसयू के उर्दू विभाग में सुप्रसिद्ध साहित्यकार फारूक अर्गाली एवं ए.रहमान का शानदार स्वागत कार्यक्रम
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। साहित्य जीवन का व्याख्याकार है। मैं आप सभी छात्रों से अनुरोध करता हूं कि आप कड़ी मेहनत करें और अपने पाठ्यक्रम के प्रति खुद को समर्पित करें, साथ ही कुछ बाहरी अध्ययनों के लिए जुनून विकसित करें और अच्छे उपन्यासों का अध्ययन करें, अध्ययन जितना व्यापक होगा, आपके अंदर लिखने की क्षमता उतनी ही बेहतर विकसित होगी। मैं पिछले साठ वर्षों से लिख रहा हूं। हमारे जमाने में आज की तरह संचार और मनोरंजन की गतिविधियां नहीं थीं, इसलिए हम अच्छे उपन्यास पढ़ते थे। पढ़ाई की चाहत ने हमें प्रशिक्षित किया और लिखने का जुनून पैदा हुआ ये शब्द थे मशहूर लेखक और आलोचक डॉ. फारूक अर्गाली के, जो उर्दू विभाग में आयोजित स्वागत कार्यक्रम में अपना वक्तव्य दे रहे थे.
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत बीए ऑनर्स के छात्र मुहम्मद नदीम ने पवित्र कुरान की तिलावत से की, अध्यक्षता प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी ने की। परिचय डॉ. इरशाद स्यानवी , स्वागत डॉ. आसिफ अली, निज़ामत डॉ. शादाब अलीम और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अलका वशिष्ठ ने किया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर असलम जमशेद पुरी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं. आज हमारे क्षेत्र में उर्दू की दो महान हस्तियां डॉ. फारूक अर्गाली हैं जो तीन सौ से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। विभिन्न एवं महत्वपूर्ण विषयों पर आपकी ये पुस्तकें न केवल विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करती हैं बल्कि अध्ययन के प्रति उत्साही लोगों को भी इससे लाभ मिल रहा है। दूसरी महान शख्सियत हैं अब्दुल रहमान साहब, जो सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हैं और उर्दू साहित्य के लिए उनकी सेवाएं अविस्मरणीय हैं। ऐसा उत्साह दूसरों के लिए संभव नहीं था उर्दू वालों के बीच कोरोना के दौर में आपने "ग्लोबल रिव्यू" का "ग्लोबल महामारी नंबर" निकालकर बहुत अच्छा काम किया है।
वर्ल्ड रिव्यू के संपादक अब्दुल रहमान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में आने से मुझे हमेशा खुशी की अनुभूति होती है, जो न केवल यहां के शुद्ध साहित्यिक और शैक्षणिक माहौल और माहौल के कारण है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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